Mangal Dosh Nivaran Puja Ujjaian Fri, 11 Aug 2023 18:38:04 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 वास्तु के हिसाब से जानिए कौन सी दिशा शुभ है और कौन सी अशुभ?? https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%81-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%95/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%81-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%95/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:38:04 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1817 घर के अंदर अथवा घर के बाहर भी कई तरह के वास्तुदोष होते हैं वास्तु दोष से कई तरह के रोग अथवा रोग उत्पन्न हो सकते हैं यदि आपका घर कॉर्नर पर है चौराहे पर यह तिराहे पर है एवं दक्षिण दिशा में है या घर के अंदर किसी प्रकार से वास्तु दोष है तो आप निम्न उपाय को आजमाएं और निश्चिंत हो जाए 1- क्या करें  उपाय दक्षिण में घर हो तो:- क्या करें दक्षिण में घर का द्वार यदि आपका घर दक्षिणमुखी है तो आप घर के सामने द्वार से दोगुनी दूर पर एक नीम का पौधा लगाएं एवं दूसरा यह है कि द्वार के ऊपर पंचमुखी हनुमान जी का चित्र भी लगाएं मुख्य द्वार के ऊपर पंचधातु का पेमेंट लगाने से भी वास्तु दोष समाप्त होता है गणेश जी की मूर्ति बनवाएं दो एवं जिन की पीठ आपस में जुड़ी हो इस जुड़ी गणेश प्रतिमा को मुख्य द्वार के बीचो-बीच चौखट पर स्थिर कर दें ताकि गणेश जी एक गणेश जी अंदर को देखें और एक बाहर को देखें 2- क्या करें अगर एक ही सीध में है द्वार तो :-यदि आपके मुख्य द्वार के बाद भीतर के द्वार भी एक ही सीध में है तो यह भी वास्तु दोष निर्मित करता है ,इसके लिए घर में बीच वाले द्वार के मध्य विंड चाइम लगाएं या फिर मोटा प्रदा लगवाए यदि आपके मुख्य द्वार के बाद बड़ा कमरा है तो आप ऐसा भी कर सकते हैं कि दूसरे दरवाजे के ठीक सामने कुछ दूरी पर प्लाईवुड का द्वार बराबर का पाठ लगाएं उस पर आप कोई अच्छी सी पेंटिंग भी करवा सकते हैं और लगा दे 3 – क्या करें यदि रसोईघर नहीं बना हुआ है आग्नेय कौन पर तो-यदि आपके घर का रसोईघर अग्नि कोण में नहीं बना हुआ है तो अब रसोई घर में किचन स्टैंड के उत्तर पूर्व मतलब ईशान कोण में ऊपर सिंदूरी गणेश जी की तस्वीर लगाएं और ;यज्ञ करते हुए  ऋषियो की फोटो लगाएं 4 – क्या करें यदि बाथरूम और टॉयलेट एक साथ हो :- तो टॉयलेट और बाथरूम तो एक साथ है तो यह भी भयंकर वास्तु दोष माना जाता है या उत्पन्न कर सकता है इसके लिए सबसे पहले आप हमेशा स्वस्थ रहकर नीले रंग के मग और बाल्टी ही रखें एक कटोरे में खड़ा नमक भरकर बाथरूम टॉयलेट के किसी कोने में रखें यदि गलती से आप ऐसे चले ईशान कोण में बन गया है तो फिर बहुत ही धन हानि और अशांति का कारण बन जाता है प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बहार शिकार करते शेर का चित्र लगा दे 5 – कैसे दूर करें यदि घर में वास्तु दोष हो तो घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए समय-समय पर रामचरित का पाठ सुंदरकांड का पाठ करवाते रहें इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगीघर में किसी भी प्रकार से वास्तु दोष है तो घर को स्वास्तिक चिन्ह ,मांडने  और पौधों से सजाएं.पीले गुलाबी हल्के नीले रंग का उपयोग करें दक्षिण की दिशा में भारी सामान रखें इसे लोहे की अलमारी पलंग पर जादूगर की वस्तुओं के स्थान को बदलकर भी वास्तु दोष ठीक किया जा सकता है Visit- www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com kalsadrp dosh puja ujjain mangal dsh puja ujjain mangal dosh puja ujjain\ vastu dosh pooja ujjai vastu puja in ujjain Call Now – 9810747935

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घर के अंदर अथवा घर के बाहर भी कई तरह के वास्तुदोष होते हैं वास्तु दोष से कई तरह के रोग अथवा रोग उत्पन्न हो सकते हैं यदि आपका घर कॉर्नर पर है चौराहे पर यह तिराहे पर है एवं दक्षिण दिशा में है या घर के अंदर किसी प्रकार से वास्तु दोष है तो आप निम्न उपाय को आजमाएं और निश्चिंत हो जाए

1- क्या करें  उपाय दक्षिण में घर हो तो:- क्या करें दक्षिण में घर का द्वार यदि आपका घर दक्षिणमुखी है तो आप घर के सामने द्वार से दोगुनी दूर पर एक नीम का पौधा लगाएं एवं दूसरा यह है कि द्वार के ऊपर पंचमुखी हनुमान जी का चित्र भी लगाएं मुख्य द्वार के ऊपर पंचधातु का पेमेंट लगाने से भी वास्तु दोष समाप्त होता है गणेश जी की मूर्ति बनवाएं दो एवं जिन की पीठ आपस में जुड़ी हो इस जुड़ी गणेश प्रतिमा को मुख्य द्वार के बीचो-बीच चौखट पर स्थिर कर दें ताकि गणेश जी एक गणेश जी अंदर को देखें और एक बाहर को देखें

2- क्या करें अगर एक ही सीध में है द्वार तो :-यदि आपके मुख्य द्वार के बाद भीतर के द्वार भी एक ही सीध में है तो यह भी वास्तु दोष निर्मित करता है ,इसके लिए घर में बीच वाले द्वार के मध्य विंड चाइम लगाएं या फिर मोटा प्रदा लगवाए यदि आपके मुख्य द्वार के बाद बड़ा कमरा है तो आप ऐसा भी कर सकते हैं कि दूसरे दरवाजे के ठीक सामने कुछ दूरी पर प्लाईवुड का द्वार बराबर का पाठ लगाएं उस पर आप कोई अच्छी सी पेंटिंग भी करवा सकते हैं और लगा दे

3 – क्या करें यदि रसोईघर नहीं बना हुआ है आग्नेय कौन पर तो-यदि आपके घर का रसोईघर अग्नि कोण में नहीं बना हुआ है तो अब रसोई घर में किचन स्टैंड के उत्तर पूर्व मतलब ईशान कोण में ऊपर सिंदूरी गणेश जी की तस्वीर लगाएं और ;यज्ञ करते हुए  ऋषियो की फोटो लगाएं

4 – क्या करें यदि बाथरूम और टॉयलेट एक साथ हो :- तो टॉयलेट और बाथरूम तो एक साथ है तो यह भी भयंकर वास्तु दोष माना जाता है या उत्पन्न कर सकता है इसके लिए सबसे पहले आप हमेशा स्वस्थ रहकर नीले रंग के मग और बाल्टी ही रखें एक कटोरे में खड़ा नमक भरकर बाथरूम टॉयलेट के किसी कोने में रखें यदि गलती से आप ऐसे चले ईशान कोण में बन गया है तो फिर बहुत ही धन हानि और अशांति का कारण बन जाता है प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बहार शिकार करते शेर का चित्र लगा दे

5 – कैसे दूर करें यदि घर में वास्तु दोष हो तो घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए समय-समय पर रामचरित का पाठ सुंदरकांड का पाठ करवाते रहें इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगीघर में किसी भी प्रकार से वास्तु दोष है तो घर को स्वास्तिक चिन्ह ,मांडने  और पौधों से सजाएं.पीले गुलाबी हल्के नीले रंग का उपयोग करें दक्षिण की दिशा में भारी सामान रखें इसे लोहे की अलमारी पलंग पर जादूगर की वस्तुओं के स्थान को बदलकर भी वास्तु दोष ठीक किया जा सकता है

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क्या है मंगल दोष – जानिए मंगल दोष एवं इसका निवारण https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%b2-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%97/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%b2-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%97/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:36:14 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1815 1-मंगल ग्रह और हम कुछ 8000 भारतीयों ने मार्स वन मिशन के लिये सवेच्छा से खुद का नामांकन किया हे । इस प्रबन्ध के अनुसार वे मार्स (मंगल ग्रह) पर जाकर रह पायेंगे । हम मंगल के प्रति कुछ ज़्यादा ही संवेदनशील क्यूं हैं? मंगल ग्रह भारतीय विवाह मैं इतनी मेहतवपूर्ण भूमिका क्यूं निभाता हे? आइये जानें… 2-मंगल और मांगलिक दोष मांगलिक दोष ने समाज के हर वर्ग को भयभीत कर रखा हे । यदि फिल्म जगत की बात करैं तो ऐश्वर्य राए ने अभिषेक बच्चन से शादी करने से पहले बॅड विवाह (बरगद के पेड़ से विवाह) किया था । ऐसा माना जाता हे की रेखा और लीना चन्दवर्कर भी मांगलिक हैं और इन मंगल दोष के कारण इनका वेवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहा । मंगल का हव्वा क्यूं? जिस जातक की कुंडली मैं मंगल 1, 4, 7, 8, ओर 12 घर मैं स्तिथ हो वह मांगलिक होता हे । मंगल उष्ण प्रकृति का ग्रह है, इसे पाप ग्रह माना गया है और ज्योतिष विज्ञान मैं इसका बहुत महत्वपूर्ण स्थान हे । मंगल की स्थिति से रोजी रोजगार एवं कारोबार मे उन्नति एवं प्रगति होती है तो दूसरी ओर इसकी उपस्थिति वैवाहिक जीवन के सुख बाधा डालती है. वैवाहिक जीवन में शनि को विशेष अमंलकारी माना गया है. 3- आम विचारधारा मांगलिक व्यक्ति विनम्र, निर्भय, प्रभावशाली, होशियार, केंद्रित, अनुशासित पर गुस्सैल होते हैं । उनमैं से जो वाइब्रेशन्स उत्पन्न होती हैं वे बहुत शक्तिमान एवं तेजस्वी होती हैं । इसी कारण ऐसा माना जाता हे की सिर्फ एक मांगलिक ही दूसरे मांगलिक की प्रकृति के साथ शांतिपूर्वक निभा सकता हे । एक और विचारधारा जो हमारे समाज मैं प्रचलित हे वह ये हे की 28 साल की उम्र के बाद मंगल का दोष कम हो जाता हे । इतिहास और मांगलिक प्रचलन  हमारे किसी पोराणिक ग्रंथ मैं मांगलिक दोष के बारे मैं नहीं कहा गया । उनके हिसाब से यह एक नया विचार हे । कहीं भी महाभारत, रामायण या पुराण मैं यह सामने नहीं आया की विवाह पूर्व कुंडली या ग्रह मिलाये जाते थे । 4-मांगलिक मिथक यदि आप मंगलवार को पैदा हुए हैं तो आप पक्का मांगलिक हैं । यह बिल्कुल सच नहीं हे ।मांगलिक मिथकमांगलिक और अमांगलिक का तलक निश्चित हे। किसी भी शादी की उम्र दोनो लोगों के विचारों के मेल-जोल और समझदारी पे निर्भर करती हे । मांगलिक दोष के उपाय कुछ और प्रसिद्ध दोष निवारण उपाय हैं – केसरिया गणपति की पूजा, लाल कपड़े का दान, पीपल के पेड़ की दूध से पूजा और घर पे हाथी दान्त रखना ।   मांगलिक दोष और हम मांगलिक दोष सिर्फ जनमकुंडली के 5 घरों मैं मंगल की उपस्तिथि के बारे मैं नहीं हैं । खुले दिमाग से, समझदारी से, तर्क-वितर्क करके सोचैं या किसी सुशिक्षित वयक्ति से परामर्श करैं। डर कर अंधविश्वास के कुएँ मैं ना कूदें ! अगर आप भी इन सब समस्याओं से ग्रसित हैं तो तुरंत संपर्क करें हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से मंगल दोष पूजा उज्जैन मंगल भात पूजा उज्जैन मंगलनाथ मंदिर पूजा mangal dosh puja ujjain mangal bhat puja ujjain Call Now- 9810747935

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1-मंगल ग्रह और हम कुछ 8000 भारतीयों ने मार्स वन मिशन के लिये सवेच्छा से खुद का नामांकन किया हे । इस प्रबन्ध के अनुसार वे मार्स (मंगल ग्रह) पर जाकर रह पायेंगे । हम मंगल के प्रति कुछ ज़्यादा ही संवेदनशील क्यूं हैं? मंगल ग्रह भारतीय विवाह मैं इतनी मेहतवपूर्ण भूमिका क्यूं निभाता हे? आइये जानें…

2-मंगल और मांगलिक दोष मांगलिक दोष ने समाज के हर वर्ग को भयभीत कर रखा हे । यदि फिल्म जगत की बात करैं तो ऐश्वर्य राए ने अभिषेक बच्चन से शादी करने से पहले बॅड विवाह (बरगद के पेड़ से विवाह) किया था । ऐसा माना जाता हे की रेखा और लीना चन्दवर्कर भी मांगलिक हैं और इन मंगल दोष के कारण इनका वेवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहा । मंगल का हव्वा क्यूं? जिस जातक की कुंडली मैं मंगल 1, 4, 7, 8, ओर 12 घर मैं स्तिथ हो वह मांगलिक होता हे । मंगल उष्ण प्रकृति का ग्रह है, इसे पाप ग्रह माना गया है और ज्योतिष विज्ञान मैं इसका बहुत महत्वपूर्ण स्थान हे । मंगल की स्थिति से रोजी रोजगार एवं कारोबार मे उन्नति एवं प्रगति होती है तो दूसरी ओर इसकी उपस्थिति वैवाहिक जीवन के सुख बाधा डालती है. वैवाहिक जीवन में शनि को विशेष अमंलकारी माना गया है.

3- आम विचारधारा मांगलिक व्यक्ति विनम्र, निर्भय, प्रभावशाली, होशियार, केंद्रित, अनुशासित पर गुस्सैल होते हैं । उनमैं से जो वाइब्रेशन्स उत्पन्न होती हैं वे बहुत शक्तिमान एवं तेजस्वी होती हैं । इसी कारण ऐसा माना जाता हे की सिर्फ एक मांगलिक ही दूसरे मांगलिक की प्रकृति के साथ शांतिपूर्वक निभा सकता हे । एक और विचारधारा जो हमारे समाज मैं प्रचलित हे वह ये हे की 28 साल की उम्र के बाद मंगल का दोष कम हो जाता हे । इतिहास और मांगलिक प्रचलन  हमारे किसी पोराणिक ग्रंथ मैं मांगलिक दोष के बारे मैं नहीं कहा गया । उनके हिसाब से यह एक नया विचार हे । कहीं भी महाभारत, रामायण या पुराण मैं यह सामने नहीं आया की विवाह पूर्व कुंडली या ग्रह मिलाये जाते थे ।

4-मांगलिक मिथक यदि आप मंगलवार को पैदा हुए हैं तो आप पक्का मांगलिक हैं । यह बिल्कुल सच नहीं हे ।मांगलिक मिथकमांगलिक और अमांगलिक का तलक निश्चित हे। किसी भी शादी की उम्र दोनो लोगों के विचारों के मेल-जोल और समझदारी पे निर्भर करती हे ।

मांगलिक दोष के उपाय कुछ और प्रसिद्ध दोष निवारण उपाय हैं – केसरिया गणपति की पूजा, लाल कपड़े का दान, पीपल के पेड़ की दूध से पूजा और घर पे हाथी दान्त रखना ।   मांगलिक दोष और हम मांगलिक दोष सिर्फ जनमकुंडली के 5 घरों मैं मंगल की उपस्तिथि के बारे मैं नहीं हैं । खुले दिमाग से, समझदारी से, तर्क-वितर्क करके सोचैं या किसी सुशिक्षित वयक्ति से परामर्श करैं। डर कर अंधविश्वास के कुएँ मैं ना कूदें ! अगर आप भी इन सब समस्याओं से ग्रसित हैं तो तुरंत संपर्क करें हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से मंगल दोष पूजा उज्जैन मंगल भात पूजा उज्जैन मंगलनाथ मंदिर पूजा

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जानिये क्या असर करता है कुंडली में अगर आंशिक और एकाधिक मंगल दोष हो तो ?? https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a5%81/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a5%81/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:34:35 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1813 जानिये किस तरह प्रभावित करता है कुंडली में अगर मंगल दोष हो तो  ??  कुंडली में मंगल दोष का होना। बहुत अधिक प्रभावशाली माना गया है। कुंडली में मंगल ग्रह की। दृष्टि एवं स्थिति दोनों का प्रभाव रहता ह , ज्योतिषी के अनुसार मंगल दोष जो होता है। उसका सबसे अधिक प्रभाव विवाह संबंधों में ही पड़ता है। इसलिए जन्म कुंडली मिलाने के दौरान मंगल दोष का समाधान करना अति आवश्यक होता है ,,क्योंकि मंगल दोष के ही कारण जो जीवनसाथी होता है उसके मौत होने तक की आशंका रहती है। किसी की जन्म कुंडली में जब मंगल पहले,चौथे एवं सातवें और आठवें तथा बारहवें स्थान में स्थित होता है। तभी जो दोष बनता है वह व्यक्ति मंगल दोष से परेशान रहता है। जाने कैसे खत्म करें मांगलिक दोष को?   मांगलिक दोष का सर्वोत्तम उपाय होता है कि उसका विवाह मांगलिक से ही हो जाए। इससे जो मंगल दोष है, उसका प्रभाव कम हो जाता है। जो मांगलिक जातक रहता है। उसको कुंभ विवाह शालिगराम विवाह, तथा पीपल विवाह एवं मंगल यंत्र का पूजन आदि जरूर करना चाहिए। इसके कारण व सामान्य ग्रह के जातक से भी संबंध रख पाएगा। एवं इस उपाय से मंगल का दोष उतर जाता है।   जानिए आंशिक मांगलिक दोष के बारे में ?  आंशिक मांगलिक दोष 18 वर्ष की आयु तक रहता है। इसके निवारण हेतु  पूजन एवं अनुष्ठान करना चाहिए। आंशिक मंगल दोष का दुष्प्रभाव शांति पूजा से भी कम हो जाता है।  क्या होता है एकाधिक मांगलिक दोष ? कुंडली में बहुत सी बार एकाधिक मांगलिक दोष भी होता है। इसको समाप्त करने के लिए भी उपाय हैं। इसका मुख्य उपाय कुंभ विवाह करवाना होता है। जो मांगलिक जातक रहता है उसका विवाह किसी मिट्टी के बर्तन से करवा दें। विवाह होने के पश्चात , जिस बर्तन से विवाह कराया गया है उस बर्तन को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है। जानिए और क्या करना चाहिए मांगलिक दोष के जातक को?   1-मांगलिक दोष वाले जातक को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए ! 2-  जो लड़की मंगली रहती है उसको गणेश जी और मंगल यंत्र की पूजा करनी चाहिए। 3- जो मांगलिक रहता है उसको मंगलवार का व्रत करना चाहिए। अगर आप भी परेशान हैं इस तरह की परेशानियों से तो संपर्क करे हमारे मंगल दोष पूजा विशेषज्ञ से #mangaldoshpujaujjain #mangalbhatpujaujjain मंगल दोष पूजा उज्जैन  मांगलिक पूजा उज्जैन मंगल भात पूजा उज्जैन visit-www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com Call Now- 9810747935

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जानिये किस तरह प्रभावित करता है कुंडली में अगर मंगल दोष हो तो  ??  कुंडली में मंगल दोष का होना। बहुत अधिक प्रभावशाली माना गया है। कुंडली में मंगल ग्रह की। दृष्टि एवं स्थिति दोनों का प्रभाव रहता ह , ज्योतिषी के अनुसार मंगल दोष जो होता है। उसका सबसे अधिक प्रभाव विवाह संबंधों में ही पड़ता है। इसलिए जन्म कुंडली मिलाने के दौरान मंगल दोष का समाधान करना अति आवश्यक होता है ,,क्योंकि मंगल दोष के ही कारण जो जीवनसाथी होता है उसके मौत होने तक की आशंका रहती है। किसी की जन्म कुंडली में जब मंगल पहले,चौथे एवं सातवें और आठवें तथा बारहवें स्थान में स्थित होता है। तभी जो दोष बनता है वह व्यक्ति मंगल दोष से परेशान रहता है। जाने कैसे खत्म करें मांगलिक दोष को?   मांगलिक दोष का सर्वोत्तम उपाय होता है कि उसका विवाह मांगलिक से ही हो जाए। इससे जो मंगल दोष है, उसका प्रभाव कम हो जाता है। जो मांगलिक जातक रहता है। उसको कुंभ विवाह शालिगराम विवाह, तथा पीपल विवाह एवं मंगल यंत्र का पूजन आदि जरूर करना चाहिए। इसके कारण व सामान्य ग्रह के जातक से भी संबंध रख पाएगा। एवं इस उपाय से मंगल का दोष उतर जाता है।   जानिए आंशिक मांगलिक दोष के बारे में ?  आंशिक मांगलिक दोष 18 वर्ष की आयु तक रहता है। इसके निवारण हेतु  पूजन एवं अनुष्ठान करना चाहिए। आंशिक मंगल दोष का दुष्प्रभाव शांति पूजा से भी कम हो जाता है।  क्या होता है एकाधिक मांगलिक दोष ? कुंडली में बहुत सी बार एकाधिक मांगलिक दोष भी होता है। इसको समाप्त करने के लिए भी उपाय हैं। इसका मुख्य उपाय कुंभ विवाह करवाना होता है। जो मांगलिक जातक रहता है उसका विवाह किसी मिट्टी के बर्तन से करवा दें। विवाह होने के पश्चात , जिस बर्तन से विवाह कराया गया है उस बर्तन को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है। जानिए और क्या करना चाहिए मांगलिक दोष के जातक को?   1-मांगलिक दोष वाले जातक को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए ! 2-  जो लड़की मंगली रहती है उसको गणेश जी और मंगल यंत्र की पूजा करनी चाहिए। 3- जो मांगलिक रहता है उसको मंगलवार का व्रत करना चाहिए। अगर आप भी परेशान हैं इस तरह की परेशानियों से तो संपर्क करे हमारे मंगल दोष पूजा विशेषज्ञ से

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जानिए समझे कालसर्प दोष से पीड़ित है या नहीं ?? https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%9d%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7-%e0%a4%b8%e0%a5%87/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%9d%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7-%e0%a4%b8%e0%a5%87/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:31:24 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1807 यदि जन्म पत्रिका नहीं हो तथा जीवन में निम्नलिखित समस्याओं में से कोई एक भी हो तो वे अपने आपको कालसर्प दोष से पीड़ित समझें तथा उपाय करें??? 1.मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। 2. व्यवसाय में हानि बार-बार होना। 3. अपनों से ठगा जाना। 4. अकारण कलंकित होना। 5. संतान नहीं होना या संतान की उन्नति नहीं होना। 6. विवाह नहीं होना या वै‍वाहिक जीवन अस्त-व्यस्त होना। 7. स्वास्थ्य खराब होना। 8. बार-बार चोट-दुर्घटनाएं होना। 9. अच्‍छे किए गए कार्य का यश दूसरों को मिलना। 10. भयावह स्वप्न बार-बार आना, नाग-नागिन बार-बार दिखना। 11. काली स्त्री, जो भयावह हो या विधवा हो, रोते हुए दिखना। #KalsarpDoshPoojaUjjain #MangalDoshPoojaUjjai Visit- wwwmangaldoshnivaranpujaujjain.com Call Now –  9810747935

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यदि जन्म पत्रिका नहीं हो तथा जीवन में निम्नलिखित समस्याओं में से कोई एक भी हो तो वे अपने आपको कालसर्प दोष से पीड़ित समझें तथा उपाय करें???

1.मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।

2. व्यवसाय में हानि बार-बार होना।

3. अपनों से ठगा जाना।

4. अकारण कलंकित होना।

5. संतान नहीं होना या संतान की उन्नति नहीं होना।

6. विवाह नहीं होना या वै‍वाहिक जीवन अस्त-व्यस्त होना।

7. स्वास्थ्य खराब होना।

8. बार-बार चोट-दुर्घटनाएं होना।

9. अच्‍छे किए गए कार्य का यश दूसरों को मिलना।

10. भयावह स्वप्न बार-बार आना, नाग-नागिन बार-बार दिखना।

11. काली स्त्री, जो भयावह हो या विधवा हो, रोते हुए दिखना।

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जानिए क्या है कालसर्प दोष पूजा सम्पूर्ण जानकारी https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b7/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:29:35 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1804 प्रत्येक जातक की कुंडली को राहु और केतु 180 यूनिटी डिग्री पर विच्छेदन करते हैं किसी ने किसी भाव जब समस्त गृह राहु से लेकर केतु के मध्य आ जाते हैं तब कालसर्प दोष बनता है  राहु और केतु क्या है :-   कुंडली में केतु राहु की उपस्थिति रहती है   यह दोनों छाया ग्रह है तो इनकी उपस्थिति अनिवार्य है यह दोनों चंद्रमा के बिंदु है क्या असर डालता है जातक के जीवन में कालसर्प दोष= यह कालसर्प दोष जातक के जीवन में बहुत अधिक संघर्ष का कारण बनता है इसके कारण कहीं पर भी उन्नति एवं सफलता नहीं मिलती है चाहे वह परिवार हो या व्यवसाय हो.! कालसर्प दोष की कहीं रूप है जो इस बात पर निर्भर करते हैं कि किन भाव में या दोस्त बन रहा है इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि एक भी ग्रह अगर राहु और केतु से बाहर हुआ तो यह दोष नहीं बनता है बता वहां पर कालसर्प दोष नहीं रहता है कैसे करें कालसर्प दोष का निवारण = अगर जातक में संपूर्ण भक्ति भाव का जब तक एवं साधना का संकल्प है तो यह उपाय सबसे ज्यादा कारगर साबित होते हैं अगर जातक के पास समय का अभाव है यश सशक्त भक्ति और समर्पण की कमी है तो फिर दान का महत्व है इसे काल भैरव के मंदिर में कुत्तों को खाना खिलाना शिव मंदिर में दोष पहनाना गरीबों में कंबल बांटना इस तरह के दान से इस दोष का निवारण किया जा सकता है यंत्र-तंत्र = कुछ लोगों का ज्यादा विश्वास है नेत्र में भी रहता है इसी आओ यंत्र अंगूठी बनवाना इस प्रकार से भी अब कालसर्प दोष का निवारण कुछ हद तक कर सकते हैं कालसर्प दोष पूजा के लिए विशेष स्थान -: इस पूजा के लिए मुख्यत नासिक और उज्जैन में महत्वपूर्ण स्थान माने जाते हैं यजमान यहां पर पंडित जी के माध्यम से विधि विधान से कालसर्प दोष के निवारण हेतु पूजा करवाते हैं उन्हें दान दक्षिणा प्रदान करते हैं mangal dosh puja ujjain kalsarp dosh pooja ujjain mangal bhat puja ujjain visit- mangaldoshnivaranpujaujjain.com Call Now – 9810747935

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प्रत्येक जातक की कुंडली को राहु और केतु 180 यूनिटी डिग्री पर विच्छेदन करते हैं किसी ने किसी भाव जब समस्त गृह राहु से लेकर केतु के मध्य आ जाते हैं तब कालसर्प दोष बनता है  राहु और केतु क्या है :-   कुंडली में केतु राहु की उपस्थिति रहती है   यह दोनों छाया ग्रह है तो इनकी उपस्थिति अनिवार्य है यह दोनों चंद्रमा के बिंदु है क्या असर डालता है जातक के जीवन में कालसर्प दोष= यह कालसर्प दोष जातक के जीवन में बहुत अधिक संघर्ष का कारण बनता है इसके कारण कहीं पर भी उन्नति एवं सफलता नहीं मिलती है चाहे वह परिवार हो या व्यवसाय हो.! कालसर्प दोष की कहीं रूप है जो इस बात पर निर्भर करते हैं कि किन भाव में या दोस्त बन रहा है इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि एक भी ग्रह अगर राहु और केतु से बाहर हुआ तो यह दोष नहीं बनता है बता वहां पर कालसर्प दोष नहीं रहता है कैसे करें कालसर्प दोष का निवारण = अगर जातक में संपूर्ण भक्ति भाव का जब तक एवं साधना का संकल्प है तो यह उपाय सबसे ज्यादा कारगर साबित होते हैं अगर जातक के पास समय का अभाव है यश सशक्त भक्ति और समर्पण की कमी है तो फिर दान का महत्व है इसे काल भैरव के मंदिर में कुत्तों को खाना खिलाना शिव मंदिर में दोष पहनाना गरीबों में कंबल बांटना इस तरह के दान से इस दोष का निवारण किया जा सकता है यंत्र-तंत्र = कुछ लोगों का ज्यादा विश्वास है नेत्र में भी रहता है इसी आओ यंत्र अंगूठी बनवाना इस प्रकार से भी अब कालसर्प दोष का निवारण कुछ हद तक कर सकते हैं कालसर्प दोष पूजा के लिए विशेष स्थान -: इस पूजा के लिए मुख्यत नासिक और उज्जैन में महत्वपूर्ण स्थान माने जाते हैं यजमान यहां पर पंडित जी के माध्यम से विधि विधान से कालसर्प दोष के निवारण हेतु पूजा करवाते हैं उन्हें दान दक्षिणा प्रदान करते हैं
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आखिर कुंडली में कैसे बनता है मंगल दोष ??? https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%86%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%a4%e0%a4%be/ https://www.ujjainpujapandit.com/%e0%a4%86%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%a4%e0%a4%be/#respond Fri, 11 Aug 2023 18:25:34 +0000 https://www.mangaldoshnivaranpujaujjain.com/?p=1799 कुंडली में होने वाला मंगल दोष अत्यधिक प्रभावशाली होता है। कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति व दृष्टी दोनों ही प्रभाव रखते हैं ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष का सबसे अधिक प्रभाव किसी मंगली के विवाह सम्बंधों में ही पड़ता हैं। इसलिए जन्मकुंडली मिलान के समय मंगल दोष का उपचार कर लेना आवश्यक होता है। मंगल दोष के कारण जीवनसाथी की मौत होने की भी आंशका रहती है। जब मंगल जन्म कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें स्थान में स्थित होता है तब कोई व्यक्ति मंगल दोष से परेशान रहता है। मंगल का इन स्थानों में स्थित होने जातक के विवाह संबंधों में परेशानी आती है।मांगलिक दोष उपायविवाह में देरी। विवाह तय होने के बाद टूट जाना, विवाह में होते होते वाधाएं आना। शादी के बाद जीवनसाथी के साथ अनबन रहना। वैवाहिक जीवन में परेशानियां। मंगल जातक का हमेशा क्रोध करते रहना। मांगलिक दोष के प्रभाव में जातक क्रोधी, अहंकारी और झगड़ालू होता जाता है। मंगली लड़की के विवाह में देरी मंगली लड़की के प्रभाव से पति पर बुरा असर होना। मांगलिक दोष उपाय -मांगलिक दोष का सबसे उत्‍तम उपाय किसी मांगलिक से विवाह करना है, इससे मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है। मांगलिक जातक को ‘पीपल’ विवाह, कुंभ विवाह, शालिग्राम विवाह तथा मंगल यंत्र का पूजन आदि करना चाहिए। इसके प्रभाव से वह सामान्य ग्रह के जातक से संबंध रख पाएगा। इस उपाय से मंगल का दोष उतर जाता है। मांगलिक कन्‍या का विवाह किसी अन्य ग्रह वाले लड़के से हो तो दोष निवारण के लिए वह मंगला गौरी और वट सावित्री का व्रत अवश्य करे। इससे लड़की को सौभाग्य प्राप्त होगा। मांगलिक दोषी को महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। आंशिक मांगलिक दोष 18 वर्ष की आयु तक रहता है जिसके निवारण में पूजन एवं अनुष्‍ठान करें। शांति पूजा से भी आंशिक मंगल दोष का दुष्प्रभाव कम होता है। कुंडली में कई बार एकाधिक मांगलिक दोष भी होता है। इसको खत्म करने के लिए भी उपाय हैं जिसमें कुंभ विवाह करवाना होता है। इसके लिए मांगलिक का विवाह एक मिट्टी के बर्तन से करवा दें। विवाह के पश्‍चात् इस बर्तन को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से मांगलिक दोष पूरी तरह समाप्त हो जाता है। मांगलिक दोष वाले जातक को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। मंगली लड़की को गणेश जी और मंगल यंत्र की पूजा करनी चाहिए। मांगलिक को मंगलवार को व्रत करना चाहिए, हनुमान मंदिर जाकर प्रसाद चढ़ाने से दोष प्रभाव कम होता है। वास्तु दोष पूजा   मांगलिक दोष पूजा कालसर्प दोष पूजा   Mangal Dosh pooja ujjain

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कुंडली में होने वाला मंगल दोष अत्यधिक प्रभावशाली होता है। कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति व दृष्टी दोनों ही प्रभाव रखते हैं ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष का सबसे अधिक प्रभाव किसी मंगली के विवाह सम्बंधों में ही पड़ता हैं। इसलिए जन्मकुंडली मिलान के समय मंगल दोष का उपचार कर लेना आवश्यक होता है। मंगल दोष के कारण जीवनसाथी की मौत होने की भी आंशका रहती है। जब मंगल जन्म कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें स्थान में स्थित होता है तब कोई व्यक्ति मंगल दोष से परेशान रहता है। मंगल का इन स्थानों में स्थित होने जातक के विवाह संबंधों में परेशानी आती है।मांगलिक दोष उपायविवाह में देरी। विवाह तय होने के बाद टूट जाना, विवाह में होते होते वाधाएं आना। शादी के बाद जीवनसाथी के साथ अनबन रहना। वैवाहिक जीवन में परेशानियां। मंगल जातक का हमेशा क्रोध करते रहना। मांगलिक दोष के प्रभाव में जातक क्रोधी, अहंकारी और झगड़ालू होता जाता है। मंगली लड़की के विवाह में देरी मंगली लड़की के प्रभाव से पति पर बुरा असर होना। मांगलिक दोष उपाय -मांगलिक दोष का सबसे उत्‍तम उपाय किसी मांगलिक से विवाह करना है, इससे मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है। मांगलिक जातक को ‘पीपल’ विवाह, कुंभ विवाह, शालिग्राम विवाह तथा मंगल यंत्र का पूजन आदि करना चाहिए। इसके प्रभाव से वह सामान्य ग्रह के जातक से संबंध रख पाएगा। इस उपाय से मंगल का दोष उतर जाता है। मांगलिक कन्‍या का विवाह किसी अन्य ग्रह वाले लड़के से हो तो दोष निवारण के लिए वह मंगला गौरी और वट सावित्री का व्रत अवश्य करे। इससे लड़की को सौभाग्य प्राप्त होगा। मांगलिक दोषी को महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। आंशिक मांगलिक दोष 18 वर्ष की आयु तक रहता है जिसके निवारण में पूजन एवं अनुष्‍ठान करें। शांति पूजा से भी आंशिक मंगल दोष का दुष्प्रभाव कम होता है। कुंडली में कई बार एकाधिक मांगलिक दोष भी होता है। इसको खत्म करने के लिए भी उपाय हैं जिसमें कुंभ विवाह करवाना होता है। इसके लिए मांगलिक का विवाह एक मिट्टी के बर्तन से करवा दें। विवाह के पश्‍चात् इस बर्तन को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से मांगलिक दोष पूरी तरह समाप्त हो जाता है। मांगलिक दोष वाले जातक को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। मंगली लड़की को गणेश जी और मंगल यंत्र की पूजा करनी चाहिए। मांगलिक को मंगलवार को व्रत करना चाहिए, हनुमान मंदिर जाकर प्रसाद चढ़ाने से दोष प्रभाव कम होता है।

वास्तु दोष पूजा  

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